भारत अंतरिक्ष में बढ़ाएगा अपनी ताकत, 52 नए उपग्रह होंगे लॉन्च

ऑपरेशन सिंदूर में भारत की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता और सैन्य उपग्रहों की भूमिका ने पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया था। उस दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की रक्षा प्रणालियों के सिग्नल को 22 मिनट तक जाम कर दिया, जिससे आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकाने इन उपग्रहों की मदद से ही पहचाने गए थे। भारत अब इस क्षमता को और मजबूत करने जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत ने प्रतिकूल क्षेत्रों में लगातार निगरानी बढ़ाने के लिए 52 निगरानी उपग्रहों के प्रक्षेपण में तेजी लाने का निर्णय लिया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत इसरो 21 उपग्रह लॉन्च करेगा और 3 निजी कंपनियां 31 उपग्रहों का निर्माण व प्रक्षेपण करेंगी। इसके लिए 26,968 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया है। पहला उपग्रह अप्रैल 2026 तक लॉन्च होने की उम्मीद है और पूरा नेटवर्क 2029 के अंत तक स्थापित हो जाएगा। यह पहल चीन, पाकिस्तान और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की निगरानी क्षमताओं को बेहतर बनाएगी।