भारत की नई हाइपरसोनिक मिसाइल से चीन-पाकिस्तान में खलबली

भारत अपनी सामरिक शक्ति को और मजबूत करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में, भारत जल्द ही परमाणु पनडुब्बी से K-6 हाइपरसोनिक मिसाइल का समुद्री परीक्षण करने की तैयारी में है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित यह अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल 7.5 मैक की अविश्वसनीय गति से 8,000 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम होगी, जो इसे अधिकांश मिसाइल रक्षा प्रणालियों के लिए अभेद्य बनाती है।
K-6 मिसाइल को मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल रीएंट्री व्हीकल्स (MIRV) ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसका अर्थ है कि यह एक साथ कई लक्ष्यों को भेद सकती है। इसे भारत की S-5 परमाणु पनडुब्बी पर तैनात करने की योजना है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ते तनाव और चीन की बढ़ती नौसैनिक गतिविधियों के मद्देनजर यह मिसाइल भारत की रणनीतिक निरोधक क्षमता को अभूतपूर्व रूप से बढ़ाएगी।