हिमाचल में मानसून का कहर 259 सड़कें बंद, 7 जिलों में बाढ़ का खतरा

हिमाचल प्रदेश में सक्रिय मानसून ने सोमवार को भारी बारिश के साथ तबाही मचाई. शिमला में एक पांच मंजिला इमारत ढह गई, जबकि रामपुर में बादल फटने से कई जानवर बह गए. प्रदेशभर में भूस्खलन और रास्तों के बंद होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. तेज बारिश और भू-कटाव के कारण 259 सड़कें बंद हो गई हैं और 130 से अधिक इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. मौसम विभाग ने 22 भूस्खलन संवेदनशील क्षेत्रों में से 18 के लिए चेतावनी जारी की है, जिससे कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
शिमला-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांच जगहों पर भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित रहा. सोलन के डेलगी में भूस्खलन से सुबाथू-वाकनाघाट मार्ग भी बंद हो गया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 20 जून से अब तक आंधी, बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में 20 लोगों की मौत हो चुकी है और चार लोग लापता हैं. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में मध्यम से तेज बाढ़ की चेतावनी जारी की है.