अमेरिकी F-35 लड़ाकू विमान भारत की गिरफ्त में, क्या यह जासूसी की कोशिश थी?

अमेरिकी F-35B लड़ाकू विमान, जिसे दुनिया का सबसे उन्नत स्टील्थ जेट कहा जाता है, केरल के तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर बीते 16 दिनों से खुले आसमान के नीचे खड़ा है. ब्रिटेन के प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर बैटल ग्रुप का हिस्सा यह विमान भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ के बाद आपातकालीन लैंडिंग के लिए मजबूर हुआ था. भारत ने इसे सफलतापूर्वक ट्रैक कर रोका, जिससे अमेरिका और ब्रिटेन के उन दावों पर सवाल उठ गए हैं कि F-35 किसी भी रडार की पकड़ में नहीं आता. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसमें ब्रिटिश रॉयल नेवी का विमान को हैंगर में ले जाने से इनकार करना भी शामिल है, जिससे इसकी गोपनीय तकनीक के उजागर होने का डर भी सामने आ रहा है.
इस घटना ने अमेरिकी और ब्रिटिश सैन्य प्रौद्योगिकी की श्रेष्ठता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर F-35 की ‘अदृश्य’ क्षमता को लेकर. कई लोग अब संदेह कर रहे हैं कि क्या यह विमान भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करने की कोशिश कर रहा था या गुप्त जानकारी जुटा रहा था. भारत की वायु सेना के अधिकारियों द्वारा इस विमान के कॉकपिट में प्रवेश करने की संभावना से ब्रिटेन और अमेरिका की चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि इससे संवेदनशील सैन्य प्रौद्योगिकियों के संभावित रहस्योद्घाटन का खतरा है.