बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं और बच्चियों पर बढ़ा खतरा, यूनुस सरकार पर दबाव

बांग्लादेश में बलात्कार के बढ़ते मामलों ने मोहम्मद यूनुस सरकार की चिंता बढ़ा दी है। मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार, छोटी बच्चियां, दिव्यांग महिलाएं और हिंदू युवतियां बलात्कारियों के निशाने पर हैं। कुमिल्ला के मुरादनगर में एक हिंदू महिला के साथ हुए बलात्कार के बाद मुख्य आरोपी समेत चार लोगों की गिरफ्तारी हुई, लेकिन इस घटना की गूंज ढाका तक सुनाई दे रही है। जून महीने में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ हिंसा के 363 मामले सामने आए, जिनमें 67 बलात्कार की घटनाएं शामिल हैं।
मानवाधिकार संगठन एमएसएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2025 में 19 बच्चियों और 23 किशोरियों के साथ बलात्कार की वारदातें दर्ज की गईं, वहीं 7 दिव्यांग लड़कियों के साथ भी ऐसी घटनाएं हुईं। बांग्लादेश पुलिस मुख्यालय के मार्च 2025 के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 10 सालों में छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार की करीब 5600 घटनाएं हो चुकी हैं। अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आरोप लगाया है कि सरकार बलात्कार के वास्तविक आंकड़े छिपा रही है, जैसा कि मुरादनगर मामले में वीडियो वायरल होने के बाद ही पुलिस सक्रिय हुई।