शेयर बाजार में बंपर कमाई, फिर भी एक्सपर्ट्स क्यों दे रहे चेतावनी

भारतीय शेयर बाजार में पिछले तीन महीनों में करीब 72 लाख करोड़ रुपये की शानदार तेजी देखी गई है, जिसमें सेंसेक्स 12,000 अंक उछला है। इस रैली के पीछे घरेलू और विदेशी निवेशकों का भारी निवेश मुख्य कारण रहा है। बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप बढ़कर 461 लाख करोड़ रुपये हो गया है। जेएम फाइनेंशियल के वेंकटेश बालासुब्रमण्यम के अनुसार, यह तेजी बाजार में बढ़ती तरलता (लिक्विडिटी) पर आधारित है।
हालांकि, इस जबरदस्त उछाल ने वैल्यूएशन और फंडामेंटल्स के बीच एक बड़ा अंतर पैदा कर दिया है। एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि बाजार अपनी क्षमता से ज्यादा ऊपर कारोबार कर रहा है, जिससे ओवरवैल्यूएशन का खतरा बढ़ गया है। कोटक एएमसी के नीलेश शाह का कहना है कि अगले कुछ सालों में पिछले पांच सालों जैसे रिटर्न की संभावना कम है और अब रिटर्न मुख्य रूप से 8-12% की आय वृद्धि पर निर्भर करेगा। वे निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे इक्विटी के अलावा डाइवर्सिफिकेशन के लिए आरईआईटी, इनविट, डेट म्यूचुअल फंड, गोल्ड और ईटीएफ में भी निवेश करें।