क्वाड बैठक में समुद्री और आर्थिक सुरक्षा पर जोर

अमेरिकी विदेश विभाग ने क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में चर्चा होने वाले अहम मुद्दों पर प्रकाश डाला है. विभाग की प्रवक्ता मारग्रेट मैकलियोड ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा, उभरती हुई प्रौद्योगिकी और आपातकालीन सहायता इन चार बड़े देशों (भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका) के एजेंडे में सबसे ऊपर हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि क्वाड का लक्ष्य उन देशों के खिलाफ आवाज उठाना है जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अनदेखी करते हैं, साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में पड़ोसी देशों की सुरक्षा बढ़ाना भी एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है. मैकलियोड ने स्पष्ट किया कि क्वाड अभी सैन्य संगठन बनने की दिशा में नहीं बढ़ रहा है.
मैकलियोड ने भारत के पहलगाम में हुए हमले के बाद अमेरिका की ओर से भारत को आतंकवाद के खिलाफ सहयोग का आश्वासन देने की भी बात कही. उन्होंने बताया कि अमेरिका चाहता है कि दोषी न्याय का सामना करें. इसके अलावा, उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही व्यापार समझौते की उम्मीद जताई. ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई, जिसमें मैकलियोड ने कहा कि ईरान आतंकवाद में सबसे बड़ा निवेशक है और हमास, हूती और हिजबुल्लाह जैसे संगठन मिसाइलों के लिए ईरान पर निर्भर हैं, जिससे क्षेत्र में बड़ा जोखिम पैदा हो रहा है.