दुनिया का सबसे शक्तिशाली आतंकी संगठन, TTP बढ़ा रहा खतरा

इस्लामिक स्टेट, अलकायदा और हमास जैसे आतंकी संगठनों के कमजोर पड़ने के बीच तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) एक बड़ी शक्ति के रूप में उभरा है। खास तौर पर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में यह संगठन तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स (GTI) की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 के मुकाबले 2024 में TTP के हमलों में दोगुनी वृद्धि हुई है, जिससे पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं और मौतों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पाकिस्तान की आधी से ज्यादा आतंकी वारदातें TTP ने ही अंजाम दी हैं।
TTP को अफगानिस्तान से मिलने वाले कथित समर्थन और हजारों लड़ाकों, अत्याधुनिक हथियारों के जखीरे ने इसे और भी खतरनाक बना दिया है। पाकिस्तान सरकार और सेना इसे एक राजनीतिक इकाई के रूप में मानकर कई बार बातचीत कर चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। वहीं, इस्लामिक स्टेट सीरिया और इराक में अपना आधार खो रहा है, अलकायदा ओसामा बिन लादेन और अल-जवाहिरी की मौत के बाद बिखर चुका है, और इजराइल के हमलों ने हमास की कमर तोड़ दी है, जिससे TTP वैश्विक स्तर पर एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आ रहा है।