सड़क दुर्घटना मुआवजा सुप्रीम कोर्ट के दो बड़े फैसले, विवाहित बच्चे भी होंगे हकदार

सड़क दुर्घटनाओं से जुड़े मुआवजे और बीमा दावों पर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दो महत्वपूर्ण फैसले सुनाए हैं। पहला फैसला यह है कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु अपनी ही लापरवाही से हुई सड़क दुर्घटना में होती है, तो बीमा कंपनी दुर्घटना बीमा का भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं होगी। यह फैसला एन.एस. रविश से जुड़े एक मामले में आया, जहां उनकी लापरवाही से हुई मौत के बाद परिवार का ₹80 लाख का मुआवजा दावा खारिज कर दिया गया।
दूसरा महत्वपूर्ण फैसला यह है कि यदि सड़क हादसे में किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो उनके विवाहित बेटे-बेटियां भी मोटर वाहन अधिनियम के तहत मुआवजे के हकदार होंगे, भले ही वे मृतक पर आर्थिक रूप से निर्भर न हों। यह निर्णय मुआवजे के दायरे को व्यापक बनाता है और उन परिवारों के लिए राहत प्रदान करता है जहां मृतक के विवाहित बच्चे भी भावनात्मक और सामाजिक क्षति का सामना करते हैं।