पति नहीं बनाता संबंध, जाता है सिर्फ मंदिर, कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला
July 3, 2025

केरल हाई कोर्ट ने हाल ही में एक तलाक के मामले में अहम फैसला सुनाया। एक महिला ने अपने पति पर यौन संबंध में रुचि न लेने और बच्चे पैदा करने से इनकार करने का आरोप लगाया था। महिला के अनुसार, उसका पति अपना सारा समय मंदिरों और आश्रमों में बिताता था, और उसे भी आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए मजबूर करता था, जिससे उनके वैवाहिक जीवन में लगातार तनाव बना रहा।
कोर्ट ने पति के इस व्यवहार को मानसिक क्रूरता माना और फैमिली कोर्ट द्वारा दिए गए तलाक के आदेश को बरकरार रखा। हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कोई भी जीवनसाथी दूसरे की व्यक्तिगत मान्यताओं को बदलने या उस पर दबाव डालने का अधिकार नहीं रखता। अदालत ने इसे पति द्वारा पारिवारिक जिम्मेदारियों और वैवाहिक कर्तव्यों की उपेक्षा का संकेत मानते हुए महिला के दावे को सही ठहराया।