नेत्र स्वास्थ्य: पुणे में 46% आईटी कर्मचारियों की आंखें जोखिम में हैं

नेत्र स्वास्थ्य: पुणे में 46% आईटी कर्मचारियों की आंखें जोखिम में हैं
आंखें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। इनका उचित तरीके से ख्याल रखना जरूरी है, क्योंकि आंखों के जरिए ही हम दुनिया को देखते हैं। लेकिन अक्सर हम आंखों के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते।
इसके भविष्य में गंभीर परिणाम हो सकते हैं, और यह ज्ञात है कि युवा इससे अधिक प्रभावित होते हैं।
पुणे में NIO अस्पताल द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि आईटी क्षेत्र में काम करने वाले 46% युवा लगातार कंप्यूटर स्क्रीन पर घूरने के कारण आंखों की समस्याओं से पीड़ित हैं।
पिछले छह महीनों में 3,000 रोगियों पर किए गए NIO के इस अध्ययन में पाया गया है कि कंप्यूटर स्क्रीन पर लंबे समय तक काम करने से आंखों की कई तरह की समस्याएं हो रही हैं। इनमें से 46% आईटी कर्मचारी, मुख्य रूप से 25 से 56 वर्ष की आयु के बीच, ड्राई आई डिजीज से पीड़ित थे, जिसे हम CVS या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम कहते हैं।
अध्ययन के अनुसार, 89% रोगियों को आई ड्रॉप की आवश्यकता थी। उन्हें 20-20-20 नियम का पालन करने की सलाह दी गई। यानी हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लेना चाहिए, 20 फीट दूर किसी चीज को देखना चाहिए और फिर स्क्रीन पर वापस देखना चाहिए। डॉक्टरों ने लोगों से मोबाइल फोन, टीवी, कंप्यूटर और टैबलेट का इस्तेमाल कम करने का भी आग्रह किया है।