दिल की सेहत खतरे में! 30 की उम्र के बाद जरूर करवाएं ये टेस्ट

आजकल बदलती जीवनशैली और तनाव के कारण कम उम्र में भी दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं. 30 से 40 साल के युवाओं में भी हार्ट प्रॉब्लम्स आम होती जा रही हैं. ऐसे में समय रहते कुछ जरूरी जांच करवाकर इन गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है. दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजीत जैन के अनुसार, ईसीजी (ECG), इको (ECHO) और लिपिड प्रोफाइल (कोलेस्ट्रॉल) टेस्ट दिल की सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
ईसीजी दिल की धड़कनों और उसकी इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड करता है, जिससे ब्लॉकेज या पहले के हार्ट अटैक का पता चल सकता है. इको एक अल्ट्रासाउंड टेस्ट है, जो दिल की मांसपेशियों और ब्लड फ्लो को दर्शाता है, खासकर सांस फूलने या थकावट की स्थिति में यह उपयोगी है. वहीं, लिपिड प्रोफाइल टेस्ट खून में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा बताता है, जो धमनियों में ब्लॉकेज का प्रमुख कारण बन सकता है. 30 साल की उम्र के बाद हर व्यक्ति को, खासकर जिनके परिवार में दिल की बीमारी का इतिहास रहा है, उन्हें यह टेस्ट सालाना करवाना चाहिए ताकि समय पर इलाज और जीवनशैली में बदलाव कर बड़े खतरे को टाला जा सके.