प्रेमानंद महाराज ने बताया सपनों का अर्थ, मृत परिजनों का दिखना शुभ या अशुभ

वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में अपने भक्तों को सपनों के महत्व और मृत परिजनों के सपने में दिखने का अर्थ समझाया। उन्होंने बताया कि सपने तीन प्रकार के होते हैं- मृत सदस्यों के दर्शन, देवी-देवताओं व संतों के दर्शन और वे सपने जिनका कोई अस्तित्व नहीं होता। महाराज ने स्पष्ट किया कि मृत रिश्तेदारों का सपने में आना चिंता का विषय नहीं है और यह किसी बुरे कर्म का संकेत नहीं होता।
महाराज ने ऐसे सपनों के पीछे के आध्यात्मिक कारण बताते हुए कहा कि यह अक्सर जीवित और मृत दोनों तरह के लोगों के साथ मन के गहरे जुड़ाव को दर्शाता है। उन्होंने सलाह दी कि ऐसे सपने आने पर दान-पुण्य करना चाहिए। जल और अन्न का निरंतर दान करने से पूर्वजों को संतुष्टि मिलती है, ठीक वैसे ही जैसे पिंडदान से होता है। यह परंपरा जीवित रहते हुए बड़ों की सेवा और उनके मरणोपरांत दान के महत्व को रेखांकित करती है।